समस्त ब्लॉग/पत्रिका का संकलन यहाँ पढ़ें-

पाठकों ने सतत अपनी टिप्पणियों में यह बात लिखी है कि आपके अनेक पत्रिका/ब्लॉग हैं, इसलिए आपका नया पाठ ढूँढने में कठिनाई होती है. उनकी परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए इस लेखक द्वारा अपने समस्त ब्लॉग/पत्रिकाओं का एक निजी संग्रहक बनाया गया है हिंद केसरी पत्रिका. अत: नियमित पाठक चाहें तो इस ब्लॉग संग्रहक का पता नोट कर लें. यहाँ नए पाठ वाला ब्लॉग सबसे ऊपर दिखाई देगा. इसके अलावा समस्त ब्लॉग/पत्रिका यहाँ एक साथ दिखाई देंगी.
दीपक भारतदीप की हिंद केसरी पत्रिका


हिंदी मित्र पत्रिका

यह ब्लाग/पत्रिका हिंदी मित्र पत्रिका अनेक ब्लाग का संकलक/संग्रहक है। जिन पाठकों को एक साथ अनेक विषयों पर पढ़ने की इच्छा है, वह यहां क्लिक करें। इसके अलावा जिन मित्रों को अपने ब्लाग यहां दिखाने हैं वह अपने ब्लाग यहां जोड़ सकते हैं। लेखक संपादक दीपक भारतदीप, ग्वालियर

Wednesday, July 11, 2007

संत कबीर वाणी: छलिया लोगों का हश्र

NARAD:Hindi Blog Aggregator

बाना पहिरे सिंह का, चले भेड़ की चाल
बोली सियार की, कुता खावै काल
जो सिंह का वेश धारण कर , भेड़ की चाल चलते हैं और सियार की बोली बोलते हैं उन्हें अवश्य कुता फाड़ कर खा जाएगा।
कबीरदास जीं का आशय यह है कि जिनका वेश कुछ और है, कहते कुछ और हैं, एसे लोग छलिया प्रवृति के लोग अवश्य ही पिटते हैं।

No comments:

विशिष्ट पत्रिकायें