समस्त ब्लॉग/पत्रिका का संकलन यहाँ पढ़ें-

पाठकों ने सतत अपनी टिप्पणियों में यह बात लिखी है कि आपके अनेक पत्रिका/ब्लॉग हैं, इसलिए आपका नया पाठ ढूँढने में कठिनाई होती है. उनकी परेशानी को दृष्टिगत रखते हुए इस लेखक द्वारा अपने समस्त ब्लॉग/पत्रिकाओं का एक निजी संग्रहक बनाया गया है हिंद केसरी पत्रिका. अत: नियमित पाठक चाहें तो इस ब्लॉग संग्रहक का पता नोट कर लें. यहाँ नए पाठ वाला ब्लॉग सबसे ऊपर दिखाई देगा. इसके अलावा समस्त ब्लॉग/पत्रिका यहाँ एक साथ दिखाई देंगी.
दीपक भारतदीप की हिंद केसरी पत्रिका


हिंदी मित्र पत्रिका

यह ब्लाग/पत्रिका हिंदी मित्र पत्रिका अनेक ब्लाग का संकलक/संग्रहक है। जिन पाठकों को एक साथ अनेक विषयों पर पढ़ने की इच्छा है, वह यहां क्लिक करें। इसके अलावा जिन मित्रों को अपने ब्लाग यहां दिखाने हैं वह अपने ब्लाग यहां जोड़ सकते हैं। लेखक संपादक दीपक भारतदीप, ग्वालियर

Monday, June 18, 2007

क्योंकि लोकतंत्र है!

NARAD:Hindi Blog Aggregator
उसने पूछा तुम 'चिल्लाते क्यों हो'
जवाब मिला' क्योंकि लोकतंत्र है'

उसने पूछा 'अपशब्द क्यों कह रहे हो'
जवाब मिला 'क्योंकि लोकतंत्र है'

उनसे पूछा 'डंडा लेकर क्यों घुमते हो
जवाब मिला 'क्योंकि लोकतंत्र है'

उसने पूछा 'आख़िर लोकतंत्र
का क्या मतलब
चीखना-चिल्लाना,अपशब्द कहना,
और डंडे घुमाना '
जवाब आया 'क्योंकि लोकतंत्र है'

थक-हारकर उसने प्रश्न पूछना छोड़ दिया
फिर भी वहाँ से आवाज आती रही
'क्योंकि लोकतंत्र है
------------

1 comment:

Avinash Das said...

bahut sundar kavita...

विशिष्ट पत्रिकायें